[SPAM] लो जी जलंधर च वी मीनी पाकिस्तान
This video is shared with false claim about raising of Pakistani Flags in Jalandhar. Please read more about it in the verification section of this article.
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Below post has been circulating on social media.
#Sikhs Fly #Pakistani Flags In Jalandhar #India On Top Of Their Houses.
RARE VIDEO
Pakistan Zindabad.
This is @ImranKhanPTI’s KartarPur Diplomacy. pic.twitter.com/ZgIXNr7zZG
— Mir Mohammad Alikhan (@MirMAKOfficial) November 7, 2019
https://youtu.be/cT1j6cekHrw
Pakistani flags … in Jalandhar Punjab , this area Vijay Colony is infested with Christian Missionaries @AmitShah @SureshChavhanke @rohitsardaana @ZeeNews @aajtak @amitmalviya pic.twitter.com/GMqn4owAN5
— No Conversion (@noconversion) November 6, 2019
Verification: The flags raised were Islamic religious flags
The flags on buildings in Vijay colony in Jalandhar are not Pakistani flags. Pakistan news channel also claimed that People in Jalalndhar raised Pakistani flags in relation to the good news about Kartarpur Corridor. In fact they are Islamic religious flags. These flags were raised to mark the celebration of Prophet Hazrat Muhammed’s birth anniversary on November 10. Misunderstanding was created as the flags looked like Pakistani flags from far. Check the links below to know the facts:
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने किसी खास कार्यक्रम के कारण क्षेत्र में जगह-जगह पर मजहबी झंडे लगाए थे। लोगों ने इन्हें पाकिस्तानी झंडा समझ विरोध कर दिया: Read more @Jagran
गढ़ा में मजहबी झंडों को पाकिस्तानी झंडा समझ लोगों का विरोध, पुलिस ने उतरवाए Jalandhar News
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने किसी खास कार्यक्रम के कारण क्षेत्र में जगह-जगह पर मजहबी झंडे लगाए थे। लोगों ने इन्हें पाकिस्तानी झंडा समझ विरोध कर दिया।
जालंधर, जेएनएन। गढ़ा में सोमवार को मुस्लिम समुदाय के मजहबी झंडों को पाकिस्तानी झंडे समझ लोगों में लोगों में रोष पैदा हो गया। उन्होंने तुरंत थाना सात की पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर झंडे उतरवा लिए हैं। पुलिस कार्रवाई का मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कड़ा विरोध किया है। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। थाना प्रभारी नवीन पाल ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।बताया जा रहा है कि मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दस नवंबर को ईद मिलाद उन नबी के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रम को लेकर धार्मिक झंडे लगाए थे। इस्लामिक धार्मिक झंडे में हरा रंग और चांद-सितारा होना आम बात है। बच्चे झंडे लेकर गलियों में भाग रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही कई हिंदू संगठनों के नेता भी मौके पर पहुंच गए और रोष जताने लगे। लोगों ने पुलिस बुला ली। पुलिस ने विरोध को देखते हुए झंडे लगाने वाले 2 लोगों को पकड़ा और थाने ले गई। बाद में पूरे क्षेत्र से ये झंडे उतारे लिए गए। बाद दोपहर तक पुलिस मामले की जांच कर रही थी।
पंजाब / पाकिस्तान के झंडे लगाने की गलतफहमी पर बवाल, पहले उतरवाए तो फिर खुद लगाए पुलिस ने: Read more@DainikBhaskar
जालंधर. जालंधर में सोमवार को उस वक्त माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब यहां कुछ घरों पर पाकिस्तान के झंडे फहराए जाने के सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने हिंदू नेताओं की मौजूदगी में इन झंडों को उतरवा दिया। पहले तो कोई ऐतराज नहीं होने की बात कह इस्लाम समुदाय के लोगों ने खुद ही ये झंडे उतार दिए, मगर बाद में धरने पर बैठ गए। समुदाय के लोगों का कहना था कि यह पाकिस्तान का नहीं, बल्कि इस्लामिक धार्मिक झंडा है। रोष के बाद आखिर पुलिस को गलतफहमी का अंदाजा हुआ और फिर पुलिस ने खुद इलाके में झंडों को लगवाया तब कहीं जाकर माहौल शांत हो पाया।
मामला विजय नगर स्थित 66 फीट रोड वाइट डायमंड पैलेस के सामने लगती गली का है। दरअसल, 10 नवंबर को पैगम्बर हजरत मोहम्मद का जन्मदिन मनाया जाना है। इसी को लेकर यहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मोहल्ले को झंडों से सजाया था। पाकिस्तान के झंडे लगे होने की सूचना पर शिवसेना नेता इशांत शर्मा थाना डिवीजन नंबर 7 की पुलिस को लेकर मौके पर पहुंचे और घरों की छतों पर लगे हुए ये झंडे उतरवा दिए। बाद में मुसलमान समुदाय के लोगाें ने प्रशासन के खिलाफ टायर फूंक प्रदर्शन कर हिंदू नेता के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
मुसलमान समुदाय के लोगों का कहना है कि यह पाकिस्तान के झंडे नहीं हैं। गरीब नवाज फाउंडेशन के पंजाब प्रधान मोहम्मद अकबर अली और अन्य की मानें तो पैगम्बर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन के चलते झंडे लगाए गए हैं, लेकिन झंडों पर पाकिस्तान के नेशनल फ्लैग का निशान बना होने के कारण दूर से ही वह पाकिस्तानी झंडा ही प्रतीत हो रहा है। वहीं शिवसेना नेता ईशांत शर्मा ने कहा कि भारत में रहते हुए देश विरोधी गतिविधियां करने वाले इन लोगों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया जाए।
इशांत शर्मा ने कहा कि बचपन से वह पंजाब में रह रहे हैं, लेकिन आज तक उन्होंने मुसलमान समुदाय का ऐसा कोई पर्व नहीं देखा, जिसमें इस तरह के झंडे लगाए गए हों। यह जान-बूझकर किया गया है। मुसलमान समुदाय ने पाकिस्तान के झंडे ही अपने घरों की छतों पर लगाए हुए थे, लेकिन अब मामला दर्ज होने के डर के कारण व प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। उधर, दिनभर की खींचतान के बीच आखिर मामला तब ठंडा हुआ, जब पुलिस ने फिर से इन झंडों को लगवा दिया।
Difference between an Islamic and Pakistani Flag: Read more
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लोजी जलंधर च वी मीनी पाकिस्तान I Nokiye
Post Date: 18 Nov 2019
Post ID: #74376