[SPAM] बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है
The fake post is shared with claims about the selling of Young African girls in the market
Post Information:
The below post has been circulating on social media
ये आलू की बोरियाँ नहीं, सर से पाँव तक बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है
ये आलू की बोरियाँ नहीं, सर से पाँव तक बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है। सोचिये यदि आज इक्कीसवीं सदी में ये हो रहा है तो 1400 सौ साल पहले क्या मन्जर रहता होगा!
खुबसुरती इस्-लाम की!#FactCheck pic.twitter.com/d8dv5v6p1N— चंद्रकोर✨ (@Mooon_Shinee) February 20, 2024
ये आलू की बोरियाँ नहीं, सर से पाँव तक बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है । सोचिये यदि आज इक्कीसवीं सदी में ये हो रहा है तो हज़ार साल पहले क्या होता होगा 🤨
पोस्ट क्रेडिट – @scribe9104 pic.twitter.com/nZRZzH7Do2— Vivek Mishra (@PrayagrajWale) February 11, 2024
ये आलू की बोरियाँ नहीं, सर से पाँव तक बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है । सोचिये यदि आज इक्कीसवीं सदी में ये हो रहा है तो 1400 सौ साल पहले क्या मन्जर रहता होगा,
इस्लाम में काफिरों, मुश्रिक(मुर्तिपूजक)को लूटना,उनकी… pic.twitter.com/qRmroDc79n
— VINI💞 (@Vini__007) February 13, 2024
Verification: The video is not from a slave market in Africa and it does not show the selling of young African girls
A video is shared on social media with claim “ये आलू की बोरियाँ नहीं, सर से पाँव तक बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है. सोचिये यदि आज इक्कीसवीं सदी में ये हो रहा है तो 1400 सौ साल पहले क्या मन्जर रहता होगा”. The video is widely shared on Twitter, Youtube.
This is not true. Check the links shared below to know the facts:
The same video is being shared on Youtube on 26th December 2022 with the description “Ndoutt from Djilasse: first images with nearly 600 ndiouli”. It is from Senegal where the ritual is performed by the Serer community. It is nowhere related to any kind of marketing of young African girls wrapped up in sacks.
Ndoutt’ or ‘Ndut’ is an old ritual followed by the Serer community in the West African Country of Senegal. In this celebration of the Ndut Initiation Rite, music, dance, etc are performed and lastly, Circumcision is done for boys and they are welcomed into adulthood.
Another video is uploaded on 17th April 2017 with the description “ndut dance demonstration by Doudou Maï and Bakary Ndiaye”. Video shows the same kind of view as in viral video.
Thus the claim on viral video is misleading. Video of the ritual ceremony of Ndut from Senegal West Africa is being shared with false claims.
Claim – ये आलू की बोरियाँ नहीं, सर से पाँव तक बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है. सोचिये यदि आज इक्कीसवीं सदी में ये हो रहा है तो 1400 सौ साल पहले क्या मन्जर रहता होगा”.
Conclusion – The video shared is not from slave market and does not show the selling of young African girls wrapped in Sacks.
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बुर्क़े में क़ैद कुंवारी अफ़्रीकी लड़कियाँ हैं जिन्हें गुलाम बना कर खुलेआम मंडी में बेचा जा रहा है I Nokiye
Post Date: 20 Feb 2024
Post ID: #81260